हाय दईया, ये कैसे हो गया ? सुहागरात थी बिल्लो की और चोदी गयी तेरी बुर ? वह भी एक मर्द से नहीं बल्कि तीन तीन मर्दों से ? तीनो ने चोदा रात भर धकाधक तेरी बुर ? अच्छा ये तो बता की बिल्लो की बुर चुदी की नहीं ? और अगर चुदी तो कितने मर्दों से चुदी ? किस किस ने चोदा उसकी बुर और किस किस ने चोदा तेरी बुर ?
मेरा नाम है मुम्मू . बिल्लो मेरी पक्की दोस्त है . इसकी शादी अभी हाल में ही हुई है . मैं आपको इसकी सुहागरात का सच्चा किस्सा सुना रही हूँ . इसकी जैसे ही शादी हुई तो सुहागरात मनाने के लिए गोवा जाने का प्रोग्राम था . इसे शौहर ने पूरा इंतजाम कर रखा था . मैं इसके शौहर आरिफ को अच्छी तरह से जानती हूँ . वह मेरा देवर लगता है . आरिफ मेरे पास आया और बोला भाभी तुमको भी चलना है मेरे साथ मैंने कहा यार तू कैसी बातें कर रहा है . मैं तुम दोनों के बीच क्या करूंगी . उसने बताया की मेरे दो दोस्त वसीम और जैकब भी जा रहे है मेरे साथ . मैं सवाल किया की तेरी सुहागरात में वे क्यों जा रहे है ? तब उसने हंस कर जबाब अरे भाभी मैं भी तो इन दोनों की सुहागरात में गया था . और फिर वे अपनी अपनी बीवियों के साथ जा है भाभी . अब मेरी बारी है मैं इन्हें ले जा रहा हूँ . मैंने कहा ठीक है उन्हें ले जाओ . खूब एन्जॉय करो . मेरी यहाँ क्या जरुरत है ? उसके बहुत कहने पर मैंने कहा अच्छा मैं बिल्लो से पूंछ लेती हूँ . मैंने कहा यार बिल्लो तुम दोनों के बीच मैं क्या करूंगी . बिल्लो मजाक में बोली जो मैं करूंगी वही तुम भी करना ? मैंने कहा हाय अल्ला, तू तो अन्दर लण्ड अपने चूत में पेल कर सुहागरात मनाएगी और मैं बाहर बैठी बैठी झांटे छीलूंगी क्या ? तब बिल्लो ने जोर देकर कहा चलो न यार मज़ा आएगा ? मैंने आरिफ को जाने की हां कर दी . बस दूसरे दिन हम सब गोवा पहुँच गए . तीन कमरे बुक कराये गए और हम लोग उसमे दाखिल हो गए .
शाम के समय महफ़िल लगी जिसमे मैं बिल्लो, उसका सौहर आरिफ उसके दोस्त वसीम और जैकब बैठे थे . उन दोनों की बीवियां शौपिंग करने गयी थी . आरिफ बोला भाभी इस समय तो व्हिस्की का मौसम है . सब फिर क्या सबके सामने व्हिस्की का एक एक गिलास हाज़िर हो गया .हम सब शराब पीने में मस्त हो गए .
थोड़ी देर में वसीम की बीवी आयी और बोली :- अरे वाह, आप लोग तो अकेले अकेले शराब का मज़ा ले रहे है . हमारा इंतज़ार भी नहीं किया ?
जैकब की बीवी बोली :- कोई बात नहीं आप लोग मौज करो मैं दूसरी महफ़िल में जा रही हूँ .
वसीम की बीवी बोली :- हां मैं भी इसके साथ जा रही हूँ .
मैंने कहा :- यार, वहां क्या रखा है ? वहीँ रहो न ?
वह बोली :- देखो मुम्मू भाभी, मैं देशी मर्दों से चुदवाते चुदवाते बोर हो गयी हूँ . आज मौका है मैं विदेशी मर्दों से चुदवाने जा रही हूँ .
मैंने कहा :- क्या यहाँ विदेशी मर्द मिलते है ? चोदने वाले मर्द मिलते है ?
वह बोली :- हां मिलते है . मैं अभी काउंटर पर बात करके आ रही हूँ . मेरे साथ जैकब की बीवी भी जा रही है . बस वे दोनों चली गयी . तब तक एक एक पैग ख़तम हो चुका था . दूसरा पैग शुरू हो गया . हमारे साथ बिल्लो भी खूब मस्ती से पी रही थी .
पीते पीते आरिफ बोला :- मुम्मू भाभी आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो मुझे ?
जैकब बोला :- यही तो मैं भी कहने वाला था भाभी ? मेरी तो नीयत ख़राब हो रही है भाभी ?
वसीम बोला :- हाय रे हाय भाभी तेरी जवानी तो और निखरती जा रही है .
मैंने कहा :- यार आरिफ आज तू अपनी सुहागरात मनाने आया है . आज तो अपनी बीवी के बारे में सोच ? आरिफ बोला :- सुहागरात की माँ का भोषडा भाभी ? मेरी बीवी तो सुहाग रात मना ही लेगी पर आज मेरा मन तेरे साथ मनाने का है भाभी ?
मैंने कहा :- कैसी बातें कर रहा है तू बहन चोद आरिफ ? लगता है की तुम ज्यादा नशे में हो गए हो ? आज की रात तू अपनी बीवी के साथ गुज़ार नहीं तो मैं तेरी गांड मारूंगी .
आरिफ बोला :- भाभी अच्छा सच सच बतायो क्या मेरी बीवी ने पहले कभी चुदवाया नहीं है ?
मैंने कहा :- अरे यार, तेरी बीवी मेरी दोस्त है . हां वो पहले कई मर्दों से चुदवा चुकी है पर आज की बात और है ? आज तो वह बस तुमसे चुदवाएगी .
मैंने कहा :- अच्छा ठीक है तू अपनी बीवी से पूँछ ले की क्या वह किसी विदेशी मर्द से चुदवाने को तैयार है .
आरिफ बोला :- हां बिल्लो बोलो दिल खोल कर बोलो . कोई शर्म वरं नहीं करना ?
बिल्लो बोली :- हां मेरा मन भी विदेशी मर्दों के साथ जाने का है .
आरिफ बोला :- देखा भाभी, अब तो बात साफ़ हो गयी है . जैकब यार तुम मेरी बीवी के लिए दो विदेशी मर्द तैयार करो . जैकब चला गया लेकिन फिर लौट कर आ गया वह बोला :- यार आरिफ, यहाँ अरब के शेख, अफ्रीका के काले लोग और नीग्रो है . बोलो किसो फिट कर दूं ? मैंने बिल्लो की तरफ देखा तो बिल्लो बोली अरब के शेख ? बस मामला तय हो गया . 10 मिनट के बाद महमूद और अब्दुल्ला नाम के दो शेख आ गए और बिल्लो उनके साथ कमरे में चली गयी .
अब आरिफ ने फ़ौरन मेरी चूचियों पर हाथ रख दिया जैकब मेरे पेटीकोट के अन्दर हाथ डाल कर मेरी चूत सहलाने लगा . वसीम मेरे चूताड़ों पर हाथ फेरने लगा . तब तक तीन पैग शराब अन्दर जा चुकी थी . नशा चढ़ने लगा था . जोश आने लगा . मैं भी उनके लण्ड टटोलने लगी . धीरे धीरे तीनो मादर चोदो को नंगा कर दिया उनके टन टनाते हुए लण्ड बारी बारी से सहलाने लगी . मैं तो बिलकुल नंगी हो चुकी थी . मैं आरिफ से मजाक तो करती थी . गालियाँ भी सुनाती थी लेकिन उसका लौड़ा आज पहली बार पकड़ा ? लौड़ा वाकई बड़ा मस्त है . मोटा भी और कड़क भी है . वसीम का लण्ड लम्बा है . बहन चोद 8" से बड़ा ही होगा और हां जैकब का लौड़ा सबसे ज्यादा तगड़ा तंदुरुस्त है . मेरा दिल उसके लण्ड पर अटक गया . मैं मन ही मन उसके लण्ड को बहुत प्यार करने लगी . जैकब का लण्ड पहले चूमा मैंने फिर आरिफ का और फिर वसीम का . मैं तीनो लण्ड को बराबर बराबर मज़ा दे रही थी . अचानक आरिफ ने मेरी बिना झांट की चूत में पेल दिया लण्ड और मैं चुदवाने लगी . उधर एक हाथ से जैकब का लण्ड और दूसरे से वसीम का लण्ड सहलाने लगी . उन्हें बारी बारी से चूसने लगी . मुझे तीनो लण्ड का मज़ा खूब मिल रहा था . मैं मस्त होती जा रही थी . थोड़ी देर में जैकब ने ठोंक दिया अपना लण्ड मेरी बुर में . मैं चीख पड़ी ? उसका लण्ड वाकई गज़ब का था . एक दम चिपक कर चोद रहा था बुर . ऐसे लण्ड से चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है .
मैंने कहा :- मैं अपनी गांड तुम लोगों से फडवाऊँगी नहीं . गांड अगर फट गयी तो बहुत तकलीफ होगी .
तुम लोग मेरी बुर फाड़ो जितनी फाड़ सको उतनी फाड़ो .
इस तरह उन तीनो ने मुझे बारी बारी से खूब चोदा . मैंने अपनी सुहागरात में इतना नहीं चुदवाया जितना बिल्लो की सुहाग रात में चुदवा रही हूँ .जब इन तीनो ने झड़ना शुरू किया तो बाप रे बाप मेरी चूचियां तो बिलकुल नहा गयी . मेरी चूत को भी भोषड़ी वालों ने नहला दिया . इतने में बिल्लो आ गयी मेरे कमरे में
मैंने पूंछा :- हाय बिल्लो, क्या हुआ ? चुद गयी तेरी चूत ?
बिल्लो बोली :- अरे भाभी, दस दस इंच के लण्ड है भोषड़ी वालो के ? चार चार इंच के तो सुपाडे ही है . आदमी के नहीं घोड़े के जैसे लण्ड इनके . जैसे अरबी घोड़ों केलण्ड होते है वैसे ही इन सालों के है लण्ड ?
मैंने कहा :- तो ठीक है इस बार मैं उन दोनों से चुदवाऊँगी और तुम इन तीनो बहन चोदो ने चुदवाओ . दूसरी पारी में मैंने उन दोनों शेख से मैंने चुदवाया और आरिफ जैकब और वसीम ने मिल कर बिल्लो की बुर चोदी . बिल्लो की सुहागरात एक यादगार सुहागरात है मेरे लिए और बिल्लो के लिए भी .
इसतरह बिल्लो ने अपनी सुहागरात में ही पांच पांच मर्दों से चुदवाया .पांच पांच लण्ड का मज़ा एक साथ लिया और मैंने भी पांच पांच लौडों का मज़ा लिया .
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मेरा नाम है मुम्मू . बिल्लो मेरी पक्की दोस्त है . इसकी शादी अभी हाल में ही हुई है . मैं आपको इसकी सुहागरात का सच्चा किस्सा सुना रही हूँ . इसकी जैसे ही शादी हुई तो सुहागरात मनाने के लिए गोवा जाने का प्रोग्राम था . इसे शौहर ने पूरा इंतजाम कर रखा था . मैं इसके शौहर आरिफ को अच्छी तरह से जानती हूँ . वह मेरा देवर लगता है . आरिफ मेरे पास आया और बोला भाभी तुमको भी चलना है मेरे साथ मैंने कहा यार तू कैसी बातें कर रहा है . मैं तुम दोनों के बीच क्या करूंगी . उसने बताया की मेरे दो दोस्त वसीम और जैकब भी जा रहे है मेरे साथ . मैं सवाल किया की तेरी सुहागरात में वे क्यों जा रहे है ? तब उसने हंस कर जबाब अरे भाभी मैं भी तो इन दोनों की सुहागरात में गया था . और फिर वे अपनी अपनी बीवियों के साथ जा है भाभी . अब मेरी बारी है मैं इन्हें ले जा रहा हूँ . मैंने कहा ठीक है उन्हें ले जाओ . खूब एन्जॉय करो . मेरी यहाँ क्या जरुरत है ? उसके बहुत कहने पर मैंने कहा अच्छा मैं बिल्लो से पूंछ लेती हूँ . मैंने कहा यार बिल्लो तुम दोनों के बीच मैं क्या करूंगी . बिल्लो मजाक में बोली जो मैं करूंगी वही तुम भी करना ? मैंने कहा हाय अल्ला, तू तो अन्दर लण्ड अपने चूत में पेल कर सुहागरात मनाएगी और मैं बाहर बैठी बैठी झांटे छीलूंगी क्या ? तब बिल्लो ने जोर देकर कहा चलो न यार मज़ा आएगा ? मैंने आरिफ को जाने की हां कर दी . बस दूसरे दिन हम सब गोवा पहुँच गए . तीन कमरे बुक कराये गए और हम लोग उसमे दाखिल हो गए .
शाम के समय महफ़िल लगी जिसमे मैं बिल्लो, उसका सौहर आरिफ उसके दोस्त वसीम और जैकब बैठे थे . उन दोनों की बीवियां शौपिंग करने गयी थी . आरिफ बोला भाभी इस समय तो व्हिस्की का मौसम है . सब फिर क्या सबके सामने व्हिस्की का एक एक गिलास हाज़िर हो गया .हम सब शराब पीने में मस्त हो गए .
थोड़ी देर में वसीम की बीवी आयी और बोली :- अरे वाह, आप लोग तो अकेले अकेले शराब का मज़ा ले रहे है . हमारा इंतज़ार भी नहीं किया ?
जैकब की बीवी बोली :- कोई बात नहीं आप लोग मौज करो मैं दूसरी महफ़िल में जा रही हूँ .
वसीम की बीवी बोली :- हां मैं भी इसके साथ जा रही हूँ .
मैंने कहा :- यार, वहां क्या रखा है ? वहीँ रहो न ?
वह बोली :- देखो मुम्मू भाभी, मैं देशी मर्दों से चुदवाते चुदवाते बोर हो गयी हूँ . आज मौका है मैं विदेशी मर्दों से चुदवाने जा रही हूँ .
मैंने कहा :- क्या यहाँ विदेशी मर्द मिलते है ? चोदने वाले मर्द मिलते है ?
वह बोली :- हां मिलते है . मैं अभी काउंटर पर बात करके आ रही हूँ . मेरे साथ जैकब की बीवी भी जा रही है . बस वे दोनों चली गयी . तब तक एक एक पैग ख़तम हो चुका था . दूसरा पैग शुरू हो गया . हमारे साथ बिल्लो भी खूब मस्ती से पी रही थी .
पीते पीते आरिफ बोला :- मुम्मू भाभी आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो मुझे ?
जैकब बोला :- यही तो मैं भी कहने वाला था भाभी ? मेरी तो नीयत ख़राब हो रही है भाभी ?
वसीम बोला :- हाय रे हाय भाभी तेरी जवानी तो और निखरती जा रही है .
मैंने कहा :- यार आरिफ आज तू अपनी सुहागरात मनाने आया है . आज तो अपनी बीवी के बारे में सोच ? आरिफ बोला :- सुहागरात की माँ का भोषडा भाभी ? मेरी बीवी तो सुहाग रात मना ही लेगी पर आज मेरा मन तेरे साथ मनाने का है भाभी ?
मैंने कहा :- कैसी बातें कर रहा है तू बहन चोद आरिफ ? लगता है की तुम ज्यादा नशे में हो गए हो ? आज की रात तू अपनी बीवी के साथ गुज़ार नहीं तो मैं तेरी गांड मारूंगी .
आरिफ बोला :- भाभी अच्छा सच सच बतायो क्या मेरी बीवी ने पहले कभी चुदवाया नहीं है ?
मैंने कहा :- अरे यार, तेरी बीवी मेरी दोस्त है . हां वो पहले कई मर्दों से चुदवा चुकी है पर आज की बात और है ? आज तो वह बस तुमसे चुदवाएगी .
आरिफ बोला :- भाभी उसको चोदने के लिए चाहिए लण्ड ? हां लण्ड और कुछ नहीं ? और यहाँ विदेशी लण्ड बहुत है .आज मेरी बीवी विदेशी लण्ड से चुदवाएगी ?
यह सुनकर बिल्लो मन ही मन बड़ी खुश हुई . दरअसल जब उसने जैकब की बीवी से सुना की वह विदेशी मर्दों से चुदवाने जा रही है तो उसका भी मन विदेशी लण्डपकड़ने का हो गया . उसने अभी तक कोई विदेशी लण्ड नहीं देखा . आज उसके लिए सुनहरा मौका है .मैंने कहा :- अच्छा ठीक है तू अपनी बीवी से पूँछ ले की क्या वह किसी विदेशी मर्द से चुदवाने को तैयार है .
आरिफ बोला :- हां बिल्लो बोलो दिल खोल कर बोलो . कोई शर्म वरं नहीं करना ?
बिल्लो बोली :- हां मेरा मन भी विदेशी मर्दों के साथ जाने का है .
आरिफ बोला :- देखा भाभी, अब तो बात साफ़ हो गयी है . जैकब यार तुम मेरी बीवी के लिए दो विदेशी मर्द तैयार करो . जैकब चला गया लेकिन फिर लौट कर आ गया वह बोला :- यार आरिफ, यहाँ अरब के शेख, अफ्रीका के काले लोग और नीग्रो है . बोलो किसो फिट कर दूं ? मैंने बिल्लो की तरफ देखा तो बिल्लो बोली अरब के शेख ? बस मामला तय हो गया . 10 मिनट के बाद महमूद और अब्दुल्ला नाम के दो शेख आ गए और बिल्लो उनके साथ कमरे में चली गयी .
अब आरिफ ने फ़ौरन मेरी चूचियों पर हाथ रख दिया जैकब मेरे पेटीकोट के अन्दर हाथ डाल कर मेरी चूत सहलाने लगा . वसीम मेरे चूताड़ों पर हाथ फेरने लगा . तब तक तीन पैग शराब अन्दर जा चुकी थी . नशा चढ़ने लगा था . जोश आने लगा . मैं भी उनके लण्ड टटोलने लगी . धीरे धीरे तीनो मादर चोदो को नंगा कर दिया उनके टन टनाते हुए लण्ड बारी बारी से सहलाने लगी . मैं तो बिलकुल नंगी हो चुकी थी . मैं आरिफ से मजाक तो करती थी . गालियाँ भी सुनाती थी लेकिन उसका लौड़ा आज पहली बार पकड़ा ? लौड़ा वाकई बड़ा मस्त है . मोटा भी और कड़क भी है . वसीम का लण्ड लम्बा है . बहन चोद 8" से बड़ा ही होगा और हां जैकब का लौड़ा सबसे ज्यादा तगड़ा तंदुरुस्त है . मेरा दिल उसके लण्ड पर अटक गया . मैं मन ही मन उसके लण्ड को बहुत प्यार करने लगी . जैकब का लण्ड पहले चूमा मैंने फिर आरिफ का और फिर वसीम का . मैं तीनो लण्ड को बराबर बराबर मज़ा दे रही थी . अचानक आरिफ ने मेरी बिना झांट की चूत में पेल दिया लण्ड और मैं चुदवाने लगी . उधर एक हाथ से जैकब का लण्ड और दूसरे से वसीम का लण्ड सहलाने लगी . उन्हें बारी बारी से चूसने लगी . मुझे तीनो लण्ड का मज़ा खूब मिल रहा था . मैं मस्त होती जा रही थी . थोड़ी देर में जैकब ने ठोंक दिया अपना लण्ड मेरी बुर में . मैं चीख पड़ी ? उसका लण्ड वाकई गज़ब का था . एक दम चिपक कर चोद रहा था बुर . ऐसे लण्ड से चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है .
तीनो लण्ड का जायजा लेने के बाद मैंने कहा :- मैं जानती हूँ की तुम लोग मेरी गांड भी मारोगे . लेकिन मैं गांड केवल वसीम से मरवाऊँगी . क्योंकि उसका लण्ड लम्बा है और थोडा पतला है . बाकी तुम दोनों के लण्ड मेरी गांड नहीं मारेगें ?
आरिफ बोला :- ऐसा क्या भाभी ? मैं तो वगैर तुम्हारी गांड मारे रह जाऊँगा ? मैंने कहा :- मैं अपनी गांड तुम लोगों से फडवाऊँगी नहीं . गांड अगर फट गयी तो बहुत तकलीफ होगी .
तुम लोग मेरी बुर फाड़ो जितनी फाड़ सको उतनी फाड़ो .
इस तरह उन तीनो ने मुझे बारी बारी से खूब चोदा . मैंने अपनी सुहागरात में इतना नहीं चुदवाया जितना बिल्लो की सुहाग रात में चुदवा रही हूँ .जब इन तीनो ने झड़ना शुरू किया तो बाप रे बाप मेरी चूचियां तो बिलकुल नहा गयी . मेरी चूत को भी भोषड़ी वालों ने नहला दिया . इतने में बिल्लो आ गयी मेरे कमरे में
मैंने पूंछा :- हाय बिल्लो, क्या हुआ ? चुद गयी तेरी चूत ?
बिल्लो बोली :- अरे कुछ पूंछो न भाभी, मादर चोदो के लण्ड बहुत बड़े बड़े है . सुहागरात में ही मेरी फट गयी चूत ? पर भाभी मज़ा बहुत आया बुर चुदवाने में ?
मैंने कहा :- कितने बड़े बड़े लण्ड है यार ?बिल्लो बोली :- अरे भाभी, दस दस इंच के लण्ड है भोषड़ी वालो के ? चार चार इंच के तो सुपाडे ही है . आदमी के नहीं घोड़े के जैसे लण्ड इनके . जैसे अरबी घोड़ों केलण्ड होते है वैसे ही इन सालों के है लण्ड ?
मैंने कहा :- तो ठीक है इस बार मैं उन दोनों से चुदवाऊँगी और तुम इन तीनो बहन चोदो ने चुदवाओ . दूसरी पारी में मैंने उन दोनों शेख से मैंने चुदवाया और आरिफ जैकब और वसीम ने मिल कर बिल्लो की बुर चोदी . बिल्लो की सुहागरात एक यादगार सुहागरात है मेरे लिए और बिल्लो के लिए भी .
इसतरह बिल्लो ने अपनी सुहागरात में ही पांच पांच मर्दों से चुदवाया .पांच पांच लण्ड का मज़ा एक साथ लिया और मैंने भी पांच पांच लौडों का मज़ा लिया .
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